Saturday, January 19, 2019

टूटेगा तो बिखर जाएगा...सीमा 'सदा' सिंघल

डर था मुझे वो टूटेगा तो बिखर जाएगा, 
तुमसे जो मुंह फेरेगा तो किधर जाएगा । 

संभालता रहा खुद को भागती दुनिया में, 
गिर गया तो फिर किसको नज़र आएगा । 

बेबसी जब भी पूछती मेरा हाल धीमे से, 
सोचता कुछ कहा तो बन ज़हर जाएगा । 

बुत बना रहा वो हादसों को देखकर जब,
कहा लोगो ने इसतरह तो ये मर जाएगा । 

गुनाहों  की जो लोग माफ़ी भी नहीं मांगते, 
पूछो तो बचाया इनको किस कदर जाएगा ।
-सीमा 'सदा' सिंघल

5 comments:

  1. अगर लोग मरते हैं, मरने दो उनको,
    गया उसका क्या, जो वो, आहें भरेगा?
    गुनाहों की माफ़ी न मांगे कभी जो,
    सियासत में वो, लम्बी राहें भरेगा.

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  2. मन के भावों की बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति..

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  3. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (20-01-2019) को "अजब गजब मान्यताएंँ" (चर्चा अंक-3222) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    उत्तरायणी-लोहड़ी की
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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  4. बहुत बहुत आभार आप सभी का ...

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