जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है
वो शख़्स, सिर्फ भला ही नहीं, बुरा भी है
मैं पूजता हूं जिसे, उससे बेनियाज भी हूं
मेरी नज़र में वो पत्थर भी है, ख़ुदा भी है
सवाल नींद का होता तो कोई बात न थी
हमारे सामने ख़्वाबों का मसअला भी है
जवाब दे न सका, और बन गया दुश्मन
सवाल था ,के तेरे घर में आईना भी है
जरूर वो मेरे बारे में राय दें लेकिन 'राहत'
ये पूछ लेना कभी मुझसे वो मिला भी है
-राहत इन्दौरी
प्राप्ति स्रोतः मधुरिमा
वो शख़्स, सिर्फ भला ही नहीं, बुरा भी है
मैं पूजता हूं जिसे, उससे बेनियाज भी हूं
मेरी नज़र में वो पत्थर भी है, ख़ुदा भी है
सवाल नींद का होता तो कोई बात न थी
हमारे सामने ख़्वाबों का मसअला भी है
जवाब दे न सका, और बन गया दुश्मन
सवाल था ,के तेरे घर में आईना भी है
जरूर वो मेरे बारे में राय दें लेकिन 'राहत'
ये पूछ लेना कभी मुझसे वो मिला भी है
-राहत इन्दौरी
प्राप्ति स्रोतः मधुरिमा