मैं फिर कहूंगी,
मुझे फिर-फिर कहना है
तुम्हारा प्यार मेरा सौभाग्य है
तुम कहोगे प्यार है तो है
सबको बताना क्यों
और मेरा जवाब होगा
प्यार है तो है
सबसे छिपाना क्यों
तुम फिर कहोगे
पर सबको क्यों बताना
मैं फिर कहूंगी
इसमें क्या छिपाना...
तुम कहोगे मैं असहज हो जाता हूं
मैं कहूंगी इस असहज दुनिया में
बस यही सबसे सहज लफ्ज़ है
जिसने बचा कर रखी है
दुनिया की भीगी कोमलता
दुनिया को बचाने में एक स्नेह बूंद
मेरी तरफ से भी... कहने दो मुझे कि प्यार है...
- स्मृति आदित्य पाण्डेय
बहुत सुंदर
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteबहुत खूब ।
ReplyDeleteधन्यवाद
Deleteमैं कहूंगी इस असहज दुनिया में
ReplyDeleteबस यही सबसे सहज लफ्ज़ है
जिसने बचा कर रखी है
दुनिया की भीगी कोमलता
वाह!!!!
धन्यवाद
Deleteआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 07.03.2019 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3267 में दिया जाएगा
ReplyDeleteधन्यवाद
धन्यवाद
Deleteबहुत खूब......
ReplyDeleteधन्यवाद
DeleteNice Post Thanks for sharing How to Record WhatsApp Calls
ReplyDeleteसभी का शुक्रिया
ReplyDeleteधन्यवाद
ReplyDeleteसभी का शुक्रिया
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