सुन्दर और गंभीर अभिव्यक्ति
Bahut sundar
मारा जाता है,अनजानें हीजब कोई-आदमीतो कांपता हैनक्शाहिन्दुस्तान का( गंभीर अभिव्यक्ति)
सुंदर ।
सच में कांपता है नक्षा हिन्दुस्तान का
अति सुंदर चित्रण मानस के मन में बैठे डर का
सही और सटीक प्रस्तुतिस्वागत है मेरी नवीनतम कविता पर रंगरूटअच्छा लगे तो ज्वाइन भी करेंआभार।
हमारी आन बान शान जुडी है हिंदुस्तान से तो निश्चित ही इसकी शान में बट्टा मतलब अपने घर पर ..बहुत सही ..
मुक्तिबोधमय अभिव्यक्ति
सुन्दर और गंभीर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteBahut sundar
ReplyDeleteमारा जाता है,अनजानें ही
ReplyDeleteजब कोई-
आदमी
तो कांपता है
नक्शा
हिन्दुस्तान का( गंभीर अभिव्यक्ति)
सुंदर ।
ReplyDeleteसच में कांपता है नक्षा हिन्दुस्तान का
ReplyDeleteअति सुंदर चित्रण मानस के मन में बैठे डर का
ReplyDeleteसही और सटीक प्रस्तुति
ReplyDeleteस्वागत है मेरी नवीनतम कविता पर रंगरूट
अच्छा लगे तो ज्वाइन भी करें
आभार।
हमारी आन बान शान जुडी है हिंदुस्तान से तो निश्चित ही इसकी शान में बट्टा मतलब अपने घर पर ..
ReplyDeleteबहुत सही ..
मुक्तिबोधमय अभिव्यक्ति
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