उम्दा/बेहतरीन।
बहुत अलग छेड़ी गई उर्मियाँ रचना की नदी में ...
वाह
बहुत सुन्दर ।
जी नमस्ते,आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (10-08-2019) को "दिया तिरंगा गाड़" (चर्चा अंक- 3423) पर भी होगी।--चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।आप भी सादर आमंत्रित है ….अनीता सैनी
कम शब्दों में दिल का पूरा हाल लिख दिया गया है। सहेजा हुआ भाव। बहुत खूब।
कमाल की रचना
उम्दा/बेहतरीन।
ReplyDeleteबहुत अलग छेड़ी गई उर्मियाँ रचना की नदी में ...
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ।
ReplyDeleteजी नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (10-08-2019) को "दिया तिरंगा गाड़" (चर्चा अंक- 3423) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
कम शब्दों में दिल का पूरा हाल लिख दिया गया है। सहेजा हुआ भाव। बहुत खूब।
ReplyDeleteकमाल की रचना
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