कभी प्रेम
कभी रिश्ता कोई
बन गया हमनवां जब
तुमने जिंदगी को
हँस के गले
लगाया तो ज़रूर होगा !
...
मांगने पर भी
जो मिल न पाया
ऐसा कुछ छूटा हुआ
बिछड़ा हुआ
कभी न कभी
याद आया तो
ज़रूर होगा !!
...
कोई शब्द जब कभी
अपनेपन की स्याही लिए
तेरा नाम लिखता
हथेली पे
तुमने चुराकर नज़रें
वो नाम
पुकारा तो ज़रूर होगा!!!
-सदा
वाह बहुत खूब लिखा है ।
ReplyDeleteवाह बहुत खूब लिखा है ।
ReplyDeleteबहुत खूब
ReplyDeleteदिल को छूते ख़ूबसूरत अहसास...लाज़वाब प्रस्तुति..
ReplyDeleteदिल को छूते ख़ूबसूरत अहसास...लाज़वाब प्रस्तुति..
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