छठ का आज हैं पावन त्यौहार
सूरज की लाली माँ का हैं उपवास
जल्दी से आओ अब करो न विचार
छठ पूजा का खाने तुम प्रसाद
छठ पूजा की शुभकामनाएँ
गाया जाने वाला लोक गीत..
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काँच ही बाँस के बहँगिया,
बहँगी लचकति जाय...
बहँगी लचकति जाय...
बात जे पुछेलें बटोहिया बहँगी केकरा के जाय ?
बहँगी केकरा के जाय ?
तू त आन्हर हउवे रे बटोहिया,
बहँगी छठी माई के जाय...
बहँगी छठी माई के जाय...
काँच ही बाँस के बहँगिया,
बहँगी लचकति जाय...
बहँगी लचकति जाय...
केरवा जे फरेला घवध से ओह पर सुगा मेंड़राय...
ओह पर सुगा मेंड़राय...
खबरि जनइबो अदित से सुगा देलें जूठियाय
सुगा देलें जूठियाय...
ऊ जे मरबो रे सुगवा धनुष से सुगा गिरे मुरझाय...
सुगा गिरे मुरझाय...
केरवा जे फरेला घवध से ओह पर सुगा मेंड़राय...
ओह पर सुगा मेंड़राय...
पटना के घाट पर नरियर नरियर किनबे जरूर...
नरियर किनबो जरूर...
हाजीपुर से केरवा मँगाई के अरघ देबे जरूर...
अरघ देबे जरुर...
आदित मनायेब छठ परबिया बर मँगबे जरूर...
बर मँगबे जरूर...
पटना के घाट पर नरियर नरियर किनबे जरूर...
नरियर किनबो जरूर...
पाँच पुतर अन धन लछमी, लछमी मँगबे जरूर...
लछमी मँगबे जरूर...
पान सुपारी कचवनिया छठ पूजबे जरूर...
छठ पूजबे जरूर...
हियरा के करबो रे कंचन वर मँगबे जरूर...
वर मँगबे जरूर...
पाँच पुतर अन धन लछमी, लछमी मँगबे जरूर...
लछमी मँगबे जरूर...
पुआ पकवान कचवनिया सूपवा भरबे जरूर...
सूपवा भरबे जरूर...
फर फूल भरबे दउरिया सेनूरा टिकबे जरूर...
सेनूरा टिकबे जरुर...
उहवें जे बाड़ी छठि मईया आदित रिझबे जरूर...
आदित रिझबे जरूर...
काँच ही बाँस के बहँगिया,
बहँगी लचकति जाय...
बहँगी लचकति जाय...
बात जे पुछेलें बटोहिया बहँगी केकरा के जाय ?
बहँगी केकरा के जाय ?
तू त आन्हर हउवे रे बटोहिया,
बहँगी छठी माई के जाय...
बहँगी छठी माई के जाय..
-साभार विकि पीडिया
संग्रहनीय पोस्ट
ReplyDeleteढ़ेरों आशीष संग अशेष शुभकामनाएं छोटी बहना
छठ पूजा की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteआपको भी छठ पूजा की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, "मीठा मीठा गप्प गप्प और खारा खारा थू थू“ , मे आप की पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
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