बचपन से बुढ़ापे तक - गरीबी से अमीरी तक।
ऐसे वक़्त के - सिलसिले मिले।
अनाथाश्रम में बच्चे - गरीबों के दिखे।
वृद्धाश्रम में बुज़ुर्ग - अमीरों के मिले।
*****
हौसले का कोई पर्दा नहीं होता।
कड़े परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता।
दिल मे अगर जज्बा हो कुछ कर दिखाने का।
तो जलते दिये को भी आँधियों का डर नहीं होता।
*****
जिस घर मे प्रेम होता है -
वहाँ सफलता और धन स्वयं चल कर आते है।
जिस घर मे सफलता और धन आते है -
वहाँ खुशी भी अपने आप आ जाती है॥
*****
कोई माल में खुश है -
तो कोई सिर्फ दाल में खुश है।
ख़ुशनसीब है वो लोग -
जो हर हाल में खुश है॥
*****
कुछ हासिल करने के लिये -
जीवन मे आगे बढने के लिये।
सपने देखना बहुत जरूरी है।
जो सपने देखने की हिम्मत रखते है -
वो पूरी दुनिया जीत सकते है॥
*****
दुनिया का सबसे बड़ा ज़ेवर - आपकी कड़ी मेहनत है।
जिसे कोई नहीं ले सकता - जो आपके हाथ मे ही है कि -
कड़ी मेहनत करे और लक्ष्य को प्राप्त करे॥
ख़ुशनसीब है वो लोग -
ReplyDeleteजो हर हाल में खुश है
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (20-08-2016) को "आदत में अब चाय समायी" (चर्चा अंक-2440) पर भी होगी।
ReplyDelete--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
अच्छी प्रस्तुति ।
ReplyDelete