Saturday, August 29, 2015

सोचिए ज़रा...यशोदा

हार्दिक पटेल...

लोगों का हुजूम

टूट पड़ा है

हर कोई बनना चाहता है

हार्दिक पटेल


क्यों नहीं है ख्वाहिश

बनने की

पार्थिव पटेल


क्यों नहीं बनना चाहते

अक्षर पटेल..

जिसने कल 

भारत का नाम

रौशन किया


सोचिए ज़रा...

इस दिशा में भी

-यशोदा

5 comments:

  1. कड़ी मेहनत कौन करना चाहता है आज ... सब जल्दी ही सब कुछ पाना चाहते हैं .. वाजिब प्रश्न है आपका ...

    ReplyDelete
  2. इनका नारा...खैरात हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है...

    ReplyDelete
  3. सुंदर प्रस्तुति

    ReplyDelete
  4. अक्षर बनते हैं हार्दिक बनाये जाते हैं :)

    ReplyDelete
  5. सार्थक सोच
    सुंदर प्रस्तुति

    सादर

    ReplyDelete