ईंट का जवाब...
उमेश देखो, यह लड़की कैसी है?"
शाम को उमेश के ऑफिस से लौटते ही शांता ने उसके हाथ में फोटो रखते हुए पूछा।
"सुंदर है।" उमेश ने फोटो देखते हुए पूछा- "किसकी है?"
रमा की ननद की देवरानी की बेटी है नताशा। एमए, बीएड है।
रमा ने ये फोटो तुझे दिखाने के लिए भेजी है।"मुझे दिखाने के लिए?"
उमेश ने पूछा - "क्यों?"रमा ने अपनी ननद की देवरानी से बात कर ली है।
वह नताशा की शादी तुझसे करने को तैयार है।
"मुझसे?" शांता की बात सुनकर उमेश ने आश्चर्य से कहा- "लेकिन मैं तो विवाहित हूँ।"
"तुम अर्चना को तलाक देकर दूसरी शादी कर लो।"
"क्यों माँ?" - उमेश ने पूछा।"तुम्हारी शादी को पाँच साल होने आए,
लेकिन अर्चना अभी तक माँ नहीं बनी, वंशवृद्धि के लिए संतान का होना जरूरी है।
अर्चना संतान नहीं पैदा कर सकती है,
इसलिए उसे तलाक देकर नताशा से शादी कर लो।"
शांता ने उमेश को समझाते हुए कहा।
"दीदी की शादी को तो दस साल हो गए हैं, लेकिन वह भी अभी तक माँ नहीं बनी है।
अगर औरत के लिए संतान पैदा करना जरूरी है
तो जीजाजी को भी दीदी को तलाक देकर दूसरी शादी कर लेनी चाहिए ना माँ?"
उमेश ने शांता को जवाब दिया।
उमेश का जवाब सुनकर शांता को लगा जैसे बेटे ने बातों ही बातों में उसे थप्पड़ लगा दिया हो।
-----किशनलाल शर्मा
bahut achha jabaab thaa shaanta ji ko aapka
ReplyDeletesach mey hamari mansikta kabhi nahi badlegi......sarthak rachna
ReplyDeleteरोचक पोस्ट। मेरे नए पोस्ट पर आपका आमंत्रंण है। धन्यवाद।
ReplyDeleteबहुत खूब ।
ReplyDeleteSahi thappad...par dekho ye mansikta zyadatar mahilaon ki hain..sochkar dukh hota hai
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति।
ReplyDeletebahut khoob
ReplyDeleteshubhkamnayen