Thursday, December 1, 2011

बड़ी बदनाम है मेरी मोहब्बत तेरे वास्ते..........सत्यम शिवम।

कभी जो देख लो तुम तो मेरी पहचान हो जाये,
तुम्हारी जुल्फ में ही रात से फिर शाम हो जाये।

बड़ी बदनाम है मेरी मोहब्बत तेरे वास्ते,

तू मेरा नाम ले ले तो मेरा फिर नाम हो जाये।

तरसती है नजर दीदार को बस देख ले तुमको,

कब्र में भी सब्र से फिर मुझे आराम हो जाये।

कहूँ तो क्या कहूँ हर लब्ज थोड़े फीके फीके है,

मेरी आँखों से जो तू पढ़ ले दिल का काम हो जाये।

हमे इतना ना बदलो कि कही बदलना आम हो जाये,

हमारे प्यार के चलते तुम्हारा भी नाम हो जाये।

मेरे साये में अब भी पलती है तन्हाईया तेरी,

मेरे आँसू कही बह बह के ना कोई जाम हो जाये।

चलो गर दूर तक चलना है मेरे दर्द संग हमदम,

कभी यह भी दवा मेरे मर्ज में नाकाम हो जाये।

यही तो है जो घुलता है मेरे इस रुह में हरदम,

कही ऐसा ना हो कल इसका भी कोई दाम हो जाये।


..........सत्यम शिवम।

1 comment:

  1. वाह्ह्ह्हह्ह्ह्ह क्या बात है बहुत सुन्दर

    ReplyDelete