ज़रूरी नहीं प्यार के लिए तजुर्बा होना
काफ़ी है ज़िंदगी में बस एक बार होना
मुमकिन नहीं कि कोई हरेक बार सही हो
अबकि जायज़ है तेरा मुझसे ख़फ़ा होना
ठीक हो गया बीमार तेरे दीदार से
यही होता होगा बन्दे का ख़ुदा होना
लबों से उंगली छुआ के तुम पलटो जिसे
अदद ख़्वाहिश है क़िताब का वो सफ़ा होना
मेरे ख़्यालों में तू आज तलक़ कायम है
मेरी तरह तुझे भी न आया जुदा होना
सच अक्सर लोगों को तकलीफ़ देता है
ज़माने में लाजमी झूठ का दवा होना
क़िस्मत में जो लिखा है वो मिलकर रहेगा
इस बार नहीं तो तय अगली मर्तबा होना
कितना भी नाराज़ वो हो जाये मुझसे
एक बोसा औ उसका गुस्सा हवा होना
काफ़ी है ज़िंदगी में बस एक बार होना
मुमकिन नहीं कि कोई हरेक बार सही हो
अबकि जायज़ है तेरा मुझसे ख़फ़ा होना
ठीक हो गया बीमार तेरे दीदार से
यही होता होगा बन्दे का ख़ुदा होना
लबों से उंगली छुआ के तुम पलटो जिसे
अदद ख़्वाहिश है क़िताब का वो सफ़ा होना
मेरे ख़्यालों में तू आज तलक़ कायम है
मेरी तरह तुझे भी न आया जुदा होना
सच अक्सर लोगों को तकलीफ़ देता है
ज़माने में लाजमी झूठ का दवा होना
क़िस्मत में जो लिखा है वो मिलकर रहेगा
इस बार नहीं तो तय अगली मर्तबा होना
कितना भी नाराज़ वो हो जाये मुझसे
एक बोसा औ उसका गुस्सा हवा होना
-निधि मेहरोत्रा
बहुत सुंदर ...बधाई
ReplyDeleteसच अक्सर लोगों को तकलीफ़ देता है
ReplyDeleteज़माने में लाजमी झूठ का दवा होना
&
एक बोसा औ उसका गुस्सा हवा होना .....
सुंदर
हार्दिक शुभकामनायें
बहुत खूबसूरत है हर शे'र.. ढ़ेरों शुभकामनायें शायरा महोदया को.. :-)
ReplyDeleteआपका सादर आभार..रचना पढ़वाने हेतु..
हर इक अशआर.. हर इक शे'र उम्दा
ReplyDeletehttp://oshowin.blogspot.in
Beautiful...
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत गज़ल....
ReplyDeleteसुन्दर .....
ReplyDeletejaruri nahi pyar ke liye tazurba hona.....bahut sundar
ReplyDeleteबहुत ही खूबसूरत गज़ल है ... उम्दा शेर सभी ...
ReplyDeleteशानदार प्रस्तुति. से साक्षात्कार हुआ । मेरे नए पोस्ट
ReplyDelete"सपनों की भी उम्र होती है " (Dreams havel life) पर आपकी प्रतिक्रिया अपेक्षित है।