
तमाम फतवे कहाँ मुफ्तियों के होते है
कुछ एक फैसले मजबूरियों के होते है
बुजुर्ग जिनके उठाते नही किसी पे नज़र
दुपट्टे सर पे उन्ही बच्चियों के होते है
जो आँधियों में भी रूकती नहीं है रोके से
गुलाब सिर्फ उन्ही तितलियों के होते है
वो सब्ज़ रंग का स्वेटर वो सुर्ख सेब से गाल
कई मज़े भी मियां सर्दियों के होते है
तअल्लुकात में बरसो के पड़ गई है दरार
यही नतीजे गलतफहमियों के होते है
ज़मीन बांटना अच्छा नहीं मिरे भाई
खसारे इसमें कई पीढ़ियों के होते है
ये कारोबार तो मीरासियो के होते है
"तुफ़ैल' आयेंगे इतने कहाँ से राजकुमार
कि ऐसे ख्वाब सभी लड़कियों के होते है
-तुफैल चतुर्वेदी
बहुत ही प्यारी, बढ़िया प्रस्तुति!! एक से बढ़कर एक शेर! एक की तारीफ़ करते हैं तो दूसरे की महिमा कम हो जाती है। फिर भी ---
ReplyDeleteबुजुर्ग जिनके उठाते नही किसी पे नज़र
दुपट्टे सर पे उन्ही बच्चियों के होते है
"तुफ़ैल' आयेंगे इतने कहाँ से राजकुमार
कि ऐसे ख्वाब सभी लड़कियों के होते है👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏 तुफैल जी से परिचय बहुत अच्छा लगा। आभार यशोदा दीदी। साहित्य के मोती सहेजने में आपका कोई सानी नहीं है!🙏🙏🌷🌷🌷
वा
Bahot Acha Jankari Mila Post Se . Ncert Solutions Hindi or
ReplyDeleteAaroh Book Summary ki Subh Kamnaye