Thursday, August 8, 2013

सौग़ात है यही मेरी सब को बराए ईद.......दानिश भारती



घर-घर को कर रही है मुअत्तर हवा ए ईद
सूझे न आज और तो कुछ भी सिवाए ईद

खुशहाल ज़िन्दगी हो, मुबारक हो हर घड़ी
सौग़ात है यही मेरी सब को बराए ईद

खुशियाँ बढें जहान में, रौशन हो क़ायनात
बेशक, यही रही है हमेशा नवा-ए ईद

अम्नो अमान, जज्बा ए इंसानियत, ख़ुलूस ,
इन सब का तर्जुमा है, यक़ीनन, सना ए ईद

- दानिश भारती

3 comments:

  1. बहुत सुन्दर है शाष्त्री जी !आ मिल गले तू भी 'सेकुलर' ,तू मिले तो मेरी भी ईद हो। ईद मुबारक।

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  2. चर्चा में ईद और ईद में चर्चा है। सारी चर्चा ईद मय हो गई है सुन्दर सेतु लिए आई है ईद। चर्चा मंच के लिए नए पैरहन लाई है ईद।

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  3. खुशहाल ज़िन्दगी हो, मुबारक हो हर घड़ी
    सौग़ात है यही मेरी सब को बराए ईद
    मुबारक हो सबको बार बार ईद।

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