शब्दों को जानो, शब्दों को मानो ,
शब्दों की बातें होती निराली ।
शब्दों का व्यापार, शब्दों का व्यवहार ,
शब्दों से है होली, दीवाली ।।
शब्दों से तुम हो , शब्दों से मैं हूँ ।
शब्दों से हारा , शब्दों से जय हूँ ।।
शब्द है करेला व अम्बुआ की डाली ।
शब्दों की बातें होती निराली ।।
शब्द है नौका , लहरों का झोंका ।
कभी देते उलझा, कभी देते मौका ।।
अदब से सवारी , शब्दों की आली ।
शब्दों की बातें होती निराली ।।
शब्दों से रिश्ते, शब्दों से घिसते ।
शब्दों से खेले , कभी हम पिसते ।।
शब्दों से प्रीति , शब्दों से जाली ।
शब्दों की बातें होती निराली ।।
शब्दों के अपने होते हैं सौ अर्थ ।
अमन शब्द पूजो, करो ना कभी व्यर्थ ।।
शब्द कटारी, है फूलों की डाली ।
शब्दों की बातें होती निराली ।।
बेहतरीन प्रस्तुति
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