मै राह तुम्हारी देखते ही,
अपनी राहें सब भूल गया,
मँजिल भी तो अब तुम ही हो,
तेरे इंतजार के सिवा अब और क्या?
अंतिम साँसों की धुन पर,
ये मन बेचारा बुला रहा,
अब तो बस दिल की थमती धड़कन,
को और ना तुम धड़काओ ना।
इस राह देखते दीवाने की जिद है,
अब कैसे भी तुम आओ ना।
तुम आओ ना,तुम आओ ना......।
..........सत्यम शिवम (मेरे बाद)
अपनी राहें सब भूल गया,
मँजिल भी तो अब तुम ही हो,
तेरे इंतजार के सिवा अब और क्या?
अंतिम साँसों की धुन पर,
ये मन बेचारा बुला रहा,
अब तो बस दिल की थमती धड़कन,
को और ना तुम धड़काओ ना।
इस राह देखते दीवाने की जिद है,
अब कैसे भी तुम आओ ना।
तुम आओ ना,तुम आओ ना......।
..........सत्यम शिवम (मेरे बाद)