हथिया नक्षत्र ने
दिखा दिया है अपना जादू
बारिश की बूँदें
बूंदें नहीं रहीं धार हो गयी हैं
मूसलाधार
गड्ढे ,नदी -तालाब
सभी भर गये हैं
उमड़ पड़ी हैं जलधाराएं
जिसमें डूब गये हैं खेत -खलिहान
खुश हैं मिडिल -क्लास
कि उमस भरी गरमी से
मिल गयी है निजात
नाखुश हैं लोअर -क्लास
कि मूसलाधार बारिश ने
ढाह दिये हैं इनके घर
छीन लिया है आशियाना
खुश हैं बच्चे
कि कादो से सन जायेंगी गलियां
और लाख मना करने पर भी
ढाब बने खेत से
मार लायेंगे बोआरी मछरी
वन -विभाग के ऑफिसर खुश हैं
कि आंधी -पानी में गिरे पेड़
बढ़ा देंगे उनकी आमदनी के स्रोत
इस बीच
जबकि हथिया
अब भी दिखा रहा है अपना जादू
मुझे तलब हो आयी है
पकौड़े संग चाय की
बताइये मेरी क्लास क्या है ?
-डॉ. भावना
सुन्दर।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
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