Tuesday, February 28, 2017

खुल जा सिम-सिम........डॉ. सरोज गुप्ता



बाखुशी दी चाबी आप को !
दिखाओ न आँखें बाप को !!

बुझी राख में भी है आग !
धुआं न समझो भाप को !!

हार जीत तो होती रहती है !
बीच में छोड़ा क्यों जाप को !!

करें भरोसा वरदान बरसेंगें !
मिटाओ कुर्सी के अभिशाप को !!

देते हैं शुभकामनाएं आप को !
लगा दो झाड़ू सारे पाप को !!


सभी रचनाये पूर्व प्रकाशित है फेसबुक के समूह "तस्वीर क्या बोले" में https://www.facebook.com/groups/tasvirkyabole/

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