मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Friday, November 23, 2018
आँसुओं का खजाना.........डॉ. रति सक्सेना
एक आँसू
उसके लिए
जो अपना न बन सका
एक आँसू
अपना बनने का
दिखावा करने वाले के लिए
एक आँसू
अपने आप से
दोस्ती करवाने वाले के लिए
आँसुओं का खजाना
खत्म हो गया
-डॉ. रति सक्सेना
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
View mobile version
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment