Friday, December 11, 2020
" होशियार बुज़ुर्ग " ....स्मित हास्य
Thursday, December 10, 2020
इस आत्महत्या के युग में, कैसे खिलते हैं फूल: दिनकर कुमार इरशाद
इन्द्रधनुषी सपने।
-दिनकर कुमार इरशाद
Wednesday, December 9, 2020
चंचल तितली ...हरिवंशराय बच्चन
रंग-बिरंगे पर फड़काती,
तितली जब बगिया में आती
सब बच्चो के मन को भाती,
सब बच्चो का जी ललचाता
फूलो के ऊपर मंडराती,
पत्तों के पीछे छिप जाती
रंगत कैसे इतनी पाती
नहीं किसी को भी बतलाती
जी में आता उसे पकड़कर
हम अपने घर में ले आए
अपनी दादी को दिखलाए
अपने दादा को दिखलाए
यह चंचल-चालाक बड़ी है
हाथ किसी के कभी न आती
हाथो कि छाया भी उस पर
पड़ी कि वह झट से उड़ जाती
तितली रानी, बोल सको तो
इतना तो जाओ बतलाती
मुझको याद तुम्हारी आती
मेरी याद तुम्हे भी आती ?
-स्मृतिशेष हरिवंशराय बच्चन
मूल रचना
Thursday, November 26, 2020
यदि भारत और चीन में युद्ध होता है तो किस देश का ज्यादा नुकसान होगा?
यदि भारत और चीन में युद्ध होता है तो किस देश का ज्यादा नुकसान होगा?
जहां तक भारत और चीन की तुलना की बात है तो चीन बेशक कागजों में मजबूत है पर मैं चीन की अन्य शत्रु देशों से उसके मोर्चों के आधार पर विवेचना करुंगा।
थल सेना
अगर भारत और चीन की थल सेना की बात की जाए तो चीन सेना के लगभग २१ लाख सक्रिय जवानों की तुलना में भारतीय सेना के १४ लाख सक्रिय जवान है पर अगर इसमें CRPF,CISF,BSF,BTSF जैसे अर्ध सैनिक बलों को मिला दिया जाए तो ४५ लाख से ऊपर है और चीन के ३५ लाख आसपास बैठेंगे । भारत की सेना को मुख्य रुप से चीन और पाकिस्तान से निपटना है जिसके लिए १३ लाख की सक्रिय सेना काफी है ५ लाख पाकिस्तान के लिए और ८ लाख चीन के लिए दुसरी चीन को अमेरिका जापान वियतनाम ताइवान लाओस और इंडोनेशिया से सीधी चुनौती है और वो किसी भी स्थिति में भारत से लड़ने ५ लाख से ज्यादा नहीं भेज सकता साथ ही साथ तिब्बत की भौगोलिक स्थिति भारतीय सेना के ज्यादा अनुकूल है।साथ ही ताजा खबरों के अनुसार भारत ने दक्षिणी चीन सागर में अपने जंगी जहाज़ों के बेड़े को चुपचाप तैनात कर दिया है जिससे चीन में बौखलाहट है।
वायुसेना
अब बात करते हैं वायुसेना की चीन के पास लगभग ३००० हजार फाइटर जेट है और भारत के पास लगभग २००० हजार पर चीन अपने अन्य अग्रलिखित मोर्चों के अनुसार ८००-१००० से ज्यादा भारत के साथ युद्ध में नहीं उतार सकता अगर अमेरिकी वायुसेना ने दबाव बनाया तो इससे भी कम तकनीकी रूप से भारत के फाइटर जेट चीनी फाइटर जेटो का मुकाबला कर सकते हैं क्योंकि चीन ने उसे पुराने रुसी फाइटर प्लेनो की नकल करके बनाया और वो भारत के पास भी है दुसरी तरफ भारत के मिराज और राफेल का मुकाबला कोई भी चीनी फाइटर जेट नहीं कर सकता और तिब्बत में ईंधन और दूरी के मामले में भारत फायदे में है।
नौसेना
हिन्द महासागर में भारतीय नौसेना को कोई भी चुनौती देने की स्थिति में नहीं है मलक्का खाड़ी में भारत चीन के व्यापारिक जहाजों को रोक सकता है जो चीन के दो तिहाई से ज्यादा विदेशी व्यापार का हिस्सा है यही चीन की सबसे बड़ी कमजोरी या दुखती रग है चीनी नौसेना अपने इलाके में जापानी अमेरिकी नौसेना के साथ बुरी तरह उलझी हुई है इसलिए युद्ध की स्थिति में वो एक तरह ब्लोक हो जायेगी ताजा खबरों के मुताबिक भारत ने दक्षिण चीन सागर में जंगी बेड़ा तैनात कर दिया है जो चीन के लिए ख़तरे की घंटी है।
भारत पिछले दो दशकों से सबसे उन्नत विदेशी हथियारों का सबसे बड़ा खरीदार भी है जो चीन के लिए सुलभ नहीं है १९६२ के बाद भारत ने कई युद्ध जीते है और लगातार अपनी स्थिति मजबूत की है दुसरी तरफ चीन १९६२ के बाद रुस और वियतनाम जैसे देशो बूरी तरह से युद्ध हारा है इसलिए वो किसी भी स्थिति में आज युद्ध में भारत का मुकाबला नहीं कर सकता वरन उसे तिब्बत के खोने का डर है इसलिए वो इस तरह की हरकतें करता है ताकि अंतरराष्ट्रीय दबाव में भारत कोई सैनिक कार्रवाई न करें।
प्रस्तोताः राज यादव
मूल आलेख के लिए यहां देखें
Wednesday, November 25, 2020
सबसे सुंदर और सस्ता देश
कम खर्च में परिवार के साथ घूमने वाले कौनसे स्थान हैं?
सबसे सुंदर और सस्ता देश - हम भारतीयों का हमेशा एक सपना होता है कि हम कम से कम एक बार विदेश यात्रा करें, चाहे वह पत्नी के साथ हनीमून हो या बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने का कार्यक्रम।
लेकिन पैसे की कमी कहें या बचत, हम सभी विदेश जाने के नाम पर संकोच करते हैं क्योंकि वहां जाने के लिए सोचना एक बात है और वहां खर्च बढ़ाना दूसरी बात है।
हम सभी जानते हैं कि बाहरी देश बहुत महंगे हैं लेकिन हम आपको बता दें कि दुनिया में कई ऐसे देश हैं जिनका पैसा भारतीय मुद्रा से बहुत कम है। इन देशों की मुद्रा भारत के रुपये से इतनी कम है कि आपको यहां एक करोड़पति महसूस होगा।
आज हम आपको दुनिया के कुछ सबसे खूबसूरत और सस्ते देशों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी करेंसी रेट भारत के मुकाबले इतनी कम है कि आप जानकर हैरान रह जाएंगे। दुनिया भर से लोग इन जगहों पर घूमने और छुट्टियां बिताने आते हैं।
यह सबसे सुंदर और सस्ता देश न केवल सस्ता है, बल्कि दुनिया के सबसे शानदार पर्यटन स्थलों में से एक है।
सबसे सुंदर और सस्ता देश
1 - श्रीलंका
श्रीलंका हमारा पड़ोसी है और मुद्रा के मामले में भारत का एक रुपया 2 श्रीलंकाई रुपये के बराबर है। इसका मतलब है कि डबल। यहां जाने से आपका सारा पैसा दोगुना हो जाएगा।
2 - हंगरी
एक भारतीय रुपये की कीमत हंगरी में 4 हंगेरियन फ़ोरिंट है। यहां जाने पर आपका पैसा चार गुना ज्यादा हो जाएगा।
3- जिम्बाब्वे
यहां आपको एक भारतीय रुपए के लिए 6 जिम्बाब्वे डॉलर मिलेंगे। यानी यहां जाने से हर एक रुपये का गुणा हो जाएगा।
4- कोस्टा रिका
कोस्टा रिका में एक भारतीय रुपये की कीमत 8 कॉलोन है। आपको यहाँ पर ठंडी हवाओं के साथ ज्वालामुखी पहाड़ों से भरा एक बहुत ही खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा।
5 - मंगोलिया
इस देश में, आपके रुपये का मूल्य बढ़कर 30 गुना हो जाएगा। यानी यहां जाने से आपका भारतीय रुपया 30 तुगरिक हो जाएगा।
6 - कंबोडिया
कंबोडिया में, एक भारतीय रुपये की कीमत 63 कंबोडिया रेल है। यहां आप भी अमीरों की तरह खर्च कर सकेंगे और यहां के पुराने किलों का आनंद ले सकेंगे।
7 - पैराग्वे
इस देश में एक भारतीय रुपये की कीमत 88 पराग्वे ग्वारानी बन जाती है। यह जगह खूबसूरत झरनों से भरी हुई है।
8- इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में, एक भारतीय रुपए की कीमत 206 इंडोनेशियाई रुपए है, इसका मतलब है कि यहां आपके 1 लाख रुपए की कीमत 2 करोड़ 60 हजार रुपए होगी।
9 - बेलारूस
बेलारूस जैसे खूबसूरत देश की मुद्रा दर भी भारत की तुलना में बहुत कम है और यहां आपका 1 रुपया 216 रूबल के बराबर है।
10 - वियतनाम
वियतनाम में, एक भारतीय रुपये की लागत 350 वियतनामी डोंग है। यानी यहां जाने से आपके 1 लाख रुपये 3 करोड़ 50 लाख हो जाएंगे।
यह सबसे सुंदर और सस्ता देश है - आप करोड़पति नहीं हैं। तो अब अगर आप छुट्टी की योजना बना रहे हैं, तो आप इन 10 को अपनी सूची में शामिल कर सकते हैं।
विषय - वस्तु का स्रोत:
दुनिया के 10 सबसे खूबसूरत और सस्ते देश जहां जाकर भारतीय बन जाते हैं करोड़पति - Youngisthan Hindi | DailyHunt
प्रस्तोताः कपिल माथुर
Wednesday, November 11, 2020
अपनी औकात की मत नुमाईश करो ...कौशल शुक्ला
Tuesday, November 10, 2020
द्रोण तो बेचारे बुरे हो गए। जबकि उन्होंने पांडवो का धर्मयुद्ध में ध्यान रखा है।
जबकि उन्होंने पांडवो का धर्मयुद्ध में ध्यान रखा है।