अगर
आपकी मुस्कुराहट
किसी को
भली लगे तो
मुस्कुराओ ......
अगर
आपके गीत से
किसी का जीवन
गुलज़ार हो तो
गुनगुनाओ.......
आपकी
बातों से किसी को
सुकुं मिले
तो अनर्गल बातें करो .....
अगर
आपकी उपस्थिति से
किसी को खुशी मिले
तो मिलो - जुलो ...
ईश्वर की
बनाई रचना
उन्हीं की रचना के
काम आए तो
हमारे सारे गुण सार्थक
वर्ना हम
अपने गुणो की ,
ईश्वर की तौहीन करेंगे ..
- चंचलिका शर्मा
वाह! बहुत सार्थक और सामयिक!
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति
ReplyDeleteवाह
ReplyDeleteवाह!!!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सार्थक लाजवाब सृजन।
खूबसूरत पंक्तियों मे खूबसूरत विचार
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