एक पिता ने अपनी बेटी की अच्छे परिवार में सगाई करवाई, लड़का बड़े अच्छे घर से था सुशील था तो पिता बहुत खुश हुए..
लड़के ओर लड़के के माता पिता का स्वभाव बड़ा अच्छा था तो पिता के सिर से बड़ा बोझ उतर गया.....
एक दिन शादी से पहले लड़के वालों ने लड़की के पिता को खाने पे बुलाया
पिता की तबीयत ठीक न थी फिर भी वो ना न कह सके.
फ़िर लड़की के पिता के लिए चाय आई.......डायबीटिज कि वजह से लड़की के पिता को चीनी वाली चाय से दूर रहने को कहा गया था....लेकिन लड़की के होने वाले ससुराल में थे तो चुप रह कर चाय हाथ में ले ली...
चाय कि पहली चुस्की लेते ही चौंक गये..... चीनी बिल्कुल भी नहीं थी और ईलायची भी डाली हुई थी
सोच में पड़ गये हमारी जैसी चाय पी ते हैं ये लोग भी.. दोपहर में खाना खाया वो भी बिल्कुल उनके घर जैसा,
दोपहर में आराम करने के लिए दो तकिये पतली चद्दर उठते ही सौंफ का पानी पीने को दिया गया...
वहाँ से विदा लेते समय उनसे रहा नहीं गया तो पूछ बैठे....
मुझे क्या खाना है,
क्या पीना है,
मेरी सेहत के लिए क्या अच्छा है ??
ये आपको कैसे पता है ??
तो बेटी कि सास ने कहा कि कल रात को ही आपकी बेटी का फोन आ गया था ओर कहा कि मेरे पापा स्वभाव से बड़े सरल हैं,बोलेंगे कुछ नहीं कृपया आप उनका ध्यान रखियेगा.....पिता की आंखों मे वहीं पानी आ गया था
लड़की के पिता जब अपने घर पहुँचे
तो घर के हाल में लगी आपनी स्वर्गवासी माँ के फोटो से हार निकाल दिया
तो पत्नी ने पूछा कि ये क्या कर रहे हो
तो लड़की का पिता बोला मेरा ध्यान रखने वाली मेरी माँ इस घर से गयी नहीं मेरी बेटी के रुप में इस घर में ही रहती है और फिर पिता की आंखों से आँसू छलक गये......सब कहते हैं कि बेटी है एक दिन इस घर को छोड़कर चली जायेगी....बेटी कभी भी अपने माँ बाप के घर से नहीं जाती
वो हमेशा उनके दिल में मौजूद रहती है...!!
-संकलित
हृदयस्पर्शी...., वाकई में बेटियाँ माँ की तरह ध्यान रखने वाली होती हैं ।
ReplyDeleteसुंदर लघुकथा
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत बढ़िया और भावपूर्ण प्रस्तुति।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर एवं भावपूर्ण कथा !
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
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