संग्रहनीय कलाकृति शुभकामनायें !!
बहुत खूब .कला दीर्घा में रखने लायक कला कृति .
जात कुजात अज़ीज़ की मत पूछों तुम जात देख कबीरा हँस कहा मिली मुझे सौगात बहुत खूब .कला दीर्घा में रखने लायक कला कृति .एक से बढ़के एक सुरेन्द्र चतुर्वेदी साहब की गजल का भी ज़वाब नहीं ,लाज़वाब कर दिया काबिले दाद तमाम शैर .
बहुत खुबसूरत कलाकृति latest post वासन्ती दुर्गा पूजाLATEST POSTसपना और तुम
kal aisi ki dil me basa lu
waaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaah
बहुत सुन्दर कलाकृति | लाजवाब कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें | Tamasha-E-ZindagiTamashaezindagi FB Page
संग्रहनीय कलाकृति
ReplyDeleteशुभकामनायें !!
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देख कबीरा हँस कहा मिली मुझे सौगात
बहुत खूब .कला दीर्घा में रखने लायक कला कृति .एक से बढ़के एक सुरेन्द्र चतुर्वेदी साहब की गजल का भी ज़वाब नहीं ,लाज़वाब कर दिया काबिले दाद तमाम शैर .
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