जानू मैं तेरी बातें सब,
बातों से बहलाना मत,..
बातों ही बातों में अब,
प्यार कभी जतलाना मत,..
...
मीठी मीठी बातें करके,
दिल मेरा धड़काना मत,..
दिल में दबे अरमान कई,
अब उनको बहकाना मत,..
रोना नही है अब मुझको,
अश्क मेरे छलकाना मत,..
दर्द मेरे सब तुझको पता है,
ये लोगों में झलकाना मत,..
दूर कहीं जाने की वजहें
मुझको तू बतलाना मत,..
तुझको खो देने के डर से,
अब मुझको दहलाना मत,..
टूट जाते है ख्वाब मेरे सब,
नए ख्वाब दिखलाना मत,..
और नए जो ख्वाब सजाए,
तो अब उनको बिखराना मत,...
--प्रीति सुराना
जानू मैं तेरी बातें सब,
बातों से बहलाना मत,..
बातों ही बातों में अब,
प्यार कभी जतलाना मत,..
...
मीठी मीठी बातें करके,
दिल मेरा धड़काना मत,..
दिल में दबे अरमान कई,
अब उनको बहकाना मत,..
रोना नही है अब मुझको,
अश्क मेरे छलकाना मत,..
दर्द मेरे सब तुझको पता है,
ये लोगों में झलकाना मत,..
दूर कहीं जाने की वजहें
मुझको तू बतलाना मत,..
तुझको खो देने के डर से,
अब मुझको दहलाना मत,..
टूट जाते है ख्वाब मेरे सब,
नए ख्वाब दिखलाना मत,..
और नए जो ख्वाब सजाए,
तो अब उनको बिखराना मत,...
बातों से बहलाना मत,..
बातों ही बातों में अब,
प्यार कभी जतलाना मत,..
...
मीठी मीठी बातें करके,
दिल मेरा धड़काना मत,..
दिल में दबे अरमान कई,
अब उनको बहकाना मत,..
रोना नही है अब मुझको,
अश्क मेरे छलकाना मत,..
दर्द मेरे सब तुझको पता है,
ये लोगों में झलकाना मत,..
दूर कहीं जाने की वजहें
मुझको तू बतलाना मत,..
तुझको खो देने के डर से,
अब मुझको दहलाना मत,..
टूट जाते है ख्वाब मेरे सब,
नए ख्वाब दिखलाना मत,..
और नए जो ख्वाब सजाए,
तो अब उनको बिखराना मत,...
--प्रीति सुराना
Bahut bahut dhanywad.....:)
ReplyDeleteनवरात्रों की बहुत बहुत शुभकामनाये
ReplyDeleteआपके ब्लाग पर बहुत दिनों के बाद आने के लिए माफ़ी चाहता हूँ
बहुत खूब
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
मेरी मांग
ati sundar ....waaaaaaaah
ReplyDeletekya bat hai bs yun hi...
ReplyDeleteरोना नही है अब मुझको,
ReplyDeleteअश्क मेरे छलकाना मत,..
वाह ... बहुत ही सहज ओर अच्छे शेर हैं सभी ...