शरीफ चोर था कुछ तो जनाब छोड़ गया
कबाब खा गया लेकिन शराब छोड़ गया
जो रास्ते में बहुत मेहरबान था मुझ पर
सफर के अंत में सारा हिसाब छोड़ गया
पढ़ीं तो निकलीं कविताएं अर्थहीन सभी
वह अपनी याद में ऐसी किताब छोड़ गया
मुकदमे, कर्जे, रहन-जायदाद के झगड़े
मरा तो देखिए क्या-क्या नवाब छोड़ गया
सवाल जितने उठाए थे पत्रकारों ने
वह गोल-मोल सभी के जवाब छोड़ गया।
-सैयद सादिक अली
nayab gazal****^^^^****शरीफ चोर था कुछ तो जनाब छोड़ गया
ReplyDeleteकबाब खा गया लेकिन शराब छोड़ गया
जो रास्ते में बहुत मेहरबान था मुझ पर
सफर के अंत में सारा हिसाब छोड़ गया
पढ़ीं तो निकलीं कविताएं अर्थहीन सभी
वह अपनी याद में ऐसी किताब छोड़ गया
शुकिया मधु बहन
Deleteबहुत ही गहरे भावो की अभिवयक्ति......
ReplyDeleteआभार सुषमा बहन
Delete:):) बढ़िया चयन
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