Friday, July 7, 2017

अवलोकन.....








लिखी जाती है कविता
कवि की भावनाएँ रहती है
समाहित जिसमें
उस कविता को पाठक पढ़ता है तो
उसमें  प्रयास करता है...
ढूंढने का भाव, कवि का
पर नहीं आता है समझ
फिर देखता है
उतार-चढ़ाव
शब्द-विन्यास
प्रेम भाव....
और मर्म साथ में
धर्म भी..
असफल होने पर
फिर तलाशता है
अर्थ दूसरा ..
उस कविता में..
अंत में देखता है
कवि का नाम..
यदि कवि ख्याति प्राप्त है
तो प्रतिक्रिया देगा...

यदि कोई चलताऊ
कवि हो तो...
लिखेगा...लगे रहो

सादर...





16 comments:

  1. बात किसके मुंह से निकली है, इसका बहुत महत्व है दुनिया में

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  2. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (07-07-2015) को "शब्दों को मन में उपजाओ" (चर्चा अंक-2660) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक

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  3. सुन्दर प्रस्तुति

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  4. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द" में सोमवार 10 जुलाई 2017 को लिंक की गई है...............http://halchalwith5links.blogspot.in आप सादर आमंत्रित हैं ,धन्यवाद! "एकलव्य"

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  5. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द" में सोमवार 10 जुलाई 2017 को लिंक की गई है.................. http://halchalwith5links.blogspot.in आप सादर आमंत्रित हैं ,धन्यवाद! "एकलव्य"

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  6. क्या बात है दी सत्य एकदम सटीक बहुत सुंदर लिखा है आपने।
    सादर

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  7. वाचक के मनोभावों को बखूबी तराशा है आपने. बेबाक अभिव्यक्ति. बधाई.

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  8. वाचक के मनोभावों को बखूबी तराशा है आपने. बेबाक अभिव्यक्ति. बधाई.

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  9. आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2017/07/25.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!

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  10. आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2017/07/25.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!

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  11. बिल्कुल सत्य एवं सटीक आदरणीया । बहुत खूब ।

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  12. बहुत सुंदर प्रस्तुति । पर यह एक कटु सत्य है ,नाम से ही चल रही है दुनियाँ ....नाम बड़ा ,वाहवाही बड़़ी ।

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  13. बहुत अच्छा और सत्य लिखा है |

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  14. आदरणीय यशोदा जी बहुत सटीक और सार्थक विषय बात लिखी आपने -- बहुत दम है आपकी बात में बहुत शुभकामना आपको -

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