चलो न
आज विश्व कविता दिवस पर
हम भी एक कविता बनायें
मगर
कविता की रेसिपी कहाँ से लाएं
क्यूँ न गूगल कर के देखें
शायद कुछ पा जाएँ
नहीं तो एक काम करते हैं
थोड़ी खुशियां थोड़े गम
थोड़ा तुम थोड़े हम
बस ऐसे ही
जो भी
आस-पास हाथ आये
सब कुछ
एक साथ मिलाएं
छोटी छोटी मुस्कानों से सजाएँ
और जिंदगी की तश्तरी में
बड़े अदब से पेश करें
हंसती मुस्कराती
गुनगुनाती
कुछ कुछ लजाती
प्यारी सी कविता
-:-
सभी को विश्व कविता दिवस की बहुत बहुत बधाई !!
-मंजू मिश्रा
-मंजू मिश्रा
Bahut badhiya..
ReplyDeleteDhanywad Pradeep ji
DeleteBahut badhiya..
ReplyDeleteक्या बात है...
ReplyDeleteकविता दिवस पर
बहुत खूब...
बहुत सुन्दर बेहतरीन
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