हर सवाल का जवाब ढूंढना या देना जाने क्यों,
कभी-कभी ऐन वक्त पर मुश्किल हो जाता है ।
गिरकर उठना फिर संभल जाना संभव होता है,
नजरों में गिरकर उठ पाना मुश्किल हो जाता है ।
लड़ लेता है इंसान हर लड़ाई गैरों से हर तरह,
अपनों से लड़कर जीतना मुश्किल हो जाता है ।
टूटना शुभ होता है कांच का कहते हैं बला टली,
टुकड़ा चुभ जाए कोई जब मुश्किल हो जाता है ।
कोई हमसफर हो साथ तो रास्ता कट जाता है,
जाने कब, तन्हा सफर 'सदा' मुश्किल हो जाता है ।
शनिवार, 31 अक्तूबर 2009
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDelete:) aabhaaar aapka
ReplyDelete:) aabhaaar aapka
ReplyDeleteलड़ लेता है इंसान हर लड़ाई गैरों से हर तरह,
ReplyDeleteअपनों से लड़कर जीतना मुश्किल हो जाता है ।
सही है। बढ़िया प्रस्तुति।
लड़ लेता है इंसान हर लड़ाई गैरों से हर तरह,
ReplyDeleteअपनों से लड़कर जीतना मुश्किल हो जाता है ।
सही है। बढ़िया प्रस्तुति।
गिरकर उठना फिर संभल जाना संभव होता है,
ReplyDeleteनजरों में गिरकर उठ पाना मुश्किल हो जाता है बहुत खूब वाह!!
गिरकर उठना फिर संभल जाना संभव होता है,
ReplyDeleteनजरों में गिरकर उठ पाना मुश्किल हो जाता है बहुत खूब वाह!!