Saturday, May 19, 2018

ना कर नाटक

ना कर 
नाटक 
कहा ना, 
ना कर 
नाटक 
बिना  टिप्पणी....


सादर

6 comments:

  1. ना कर नाटक... ना कर नाटक
    हो ना जाये पटाक्षेप
    ह न त
    सस्नेहाशीष छोटी बहना

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  2. आसमान से गिरा खजूर पर अटका
    रहा तो आखिर लटका का लटका। 😷
    मौन सुखम!!!

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  3. हा हा हा हा....,😂😂😂👏👏

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  4. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (20-05-2018) को "वो ही अधिक अमीर" (चर्चा अंक-2976) (चर्चा अंक-2969) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
    --
    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
    --
    मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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