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अनुक्रमणिका
अ
- अब के हम बिछडे तो - मेहदी हसन
- अय मुहब्बत तेरे अंजाम पे - बेगम अख्तर
आ
- आज जाने की ज़िद ना करो - फरिदा खानम
- आज भी है मेरे कदमों के निशाँ - हरिहरन
- आपको देखकर देखता रह गया - जगजित सिंघ
- आपसे मिलके हम कुछ - नुसरत फतेहअली खान
उ
- उस रात चाँद फिर लौटा नहीं - शुभा मुदगल
- उसकी हसरत है जिसे दिल से मिटा - जगजित & चित्रा सिंघ
ए
- एक नजर देख के - जगजित - चित्रा सिंघ
- एक ही बात ज़माने की - मोहम्मद रफी
क
- कभी युँ भी तो हो - जगजित सिंघ
- करोगे याद तो हर बात याद आयेगी - भुपिन्दर
- किसका चेहरा अब मैं देखुं - अल्का याज्ञिक, जगजित सिंघ
- कैसे कैसे लोग हमारे - मेहदी हसन
- कैसे सुकुन पाउं तुझे देखने के बाद - तलत अझीझ
- कोई समजेगा क्या - जगजित चित्रा सिंघ
ग
- गझल के साझ उठाओ बडी - तलत महमूद
च
- चलो बांट लेते हैं - चित्रा सिंघ
- चाहा था एक शख्स को - आशा भोसले
- चाहेंगे तुझे पर कभी रुस्वा न करेंगे - तलत अझीझ
- चिठ्ठी ना कोई संदेस जाने वो कौन सा देस - जगजित सिंघ
- चुपके चुपके रात दिन – गुलाम अली
ज
- जाने क्या बात है - आशा भोसले
- जीने का राझ मैंने - मोहम्मद रफी
- जो भी दुख याद न था - हरिहरन
झ
- झुकी झुकी सी नज़र - जगजित सिंघ
त
- तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो - जगजित सिंघ
- तुमको देखा तो ये ख़याल आया - जगजीत सिंह
- तेरे आने की जब खबर - जगजित सिंह
- तो अच्छा था - जगजित सिंघ
द
- दरो दिवार पे शकलें - हरिहरन
- दिल के अफसाने निगाहोँ से - नूरजहाँ
- दिल धडकने का सबब याद आया - आशा भोसले
न
- नियत-ए-शौक भर ना जाये कहीं - नूरजहाँ
प
- प्यार का पहला खत लिखने में - जगजित सिंघ
ब
- बडी नाजूक हैं ये मंझिल - जगजित सिंघ
म
- मयकदे बंद करें - हरिहरन
- मेरे लिये तो बस वही पल हैं - मोहम्मद रफी
य
- युं सजा चाँद के छलका - आशा भोसले
- ये दौलत भी ले लो - जगजित सिंघ
- ये हकीकत तो निगाहोँ से - जगजित सिंघ
र
- रंजीश ही सही - मेहंदी हसन
- रात खामोश है - जगजित सिंघ
श
- शम्मा जलाये रखना - भुपिन्दर & मिताली सिंघ
- शाम से आँख में नमी सी है - जगजित सिंघ
ह
- हंगामा क्युं है बरपा - गुलाम अली
- हम तेरे शहर में आये हैं – गुलाम अली
- हमको मिटा सके वो - मोहम्मद रफी
- हमारी सांसो में आजतक वो हिना की - नूरजहाँ
- हाथ छूटे भी तो - जगजित सिंघ
- होशवालों को खबर क्या - जगजित सिंघ
शुक्रिया यशोदा जी......
ReplyDeleteबहुत प्यारा तोहफा ..
सस्नेह
अनु
दीदी...
Deleteमैंने कुछ ग्रुप की सदस्यता ली हुई है
कल से सोच रही थी पोस्ट करूँ या नहीं
आपकी प्रतिक्रया ने मेरे इस कदम को सार्थक कर दिया
सादर
यशोदा
कृपया प्रतिक्रिया पढ़ें
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