सुंदर ....
वाह बहुत सुंदर.....
bahut acchi rachana
सुन्दर अनुभूति की अभिव्यक्ति !मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !नई पोस्ट हम तुम.....,पानी का बूंद !नई पोस्ट बोलती तस्वीरें !
बहुत सुंदर.....
ढलती हुई साँझ कायही है.... फ़लसफ़ा....दिए की टिमटिमाती लौ सेजैसे छँटता....शाम का धुँधलका…! ..बहुत सही कहा आपने ..यही दस्तूर है ...मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !
सुंदर ....
ReplyDeleteवाह बहुत सुंदर.....
ReplyDeletebahut acchi rachana
ReplyDeleteसुन्दर अनुभूति की अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteमकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !
नई पोस्ट हम तुम.....,पानी का बूंद !
नई पोस्ट बोलती तस्वीरें !
बहुत सुंदर.....
ReplyDeleteढलती हुई साँझ का
ReplyDeleteयही है.... फ़लसफ़ा....
दिए की टिमटिमाती लौ से
जैसे छँटता....
शाम का धुँधलका…!
..बहुत सही कहा आपने ..यही दस्तूर है ...
मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएं !