बुराई पर भलाई कर रहा हूँ
मैं तुझसे आशनाई कर रहा हूँ
मुझे सुनता नहीं कोई यहाँ पे
फ़क़त मैं लबकुशाई कर रहा हूँ
मेरे दिल से ही मेरी दुश्मनी है
मै खुद से ही लड़ाई कर रहा हूँ
तबस्सुम इल्तिजा है अब तो आजा
मैं अश्कों की विदाई कर रहा हूँ
वफ़ा करते हुए भी ये सुना है
मैं तुझसे बेवफ़ाई कर रहा हूँ
'मनु' वो क़त्ल करना चाहता है
यहाँ मैं भाई-भाई कर रहा हूँ
-मनु भारद्वाज 'मनु'
मैं तुझसे आशनाई कर रहा हूँ
मुझे सुनता नहीं कोई यहाँ पे
फ़क़त मैं लबकुशाई कर रहा हूँ
मेरे दिल से ही मेरी दुश्मनी है
मै खुद से ही लड़ाई कर रहा हूँ
तबस्सुम इल्तिजा है अब तो आजा
मैं अश्कों की विदाई कर रहा हूँ
वफ़ा करते हुए भी ये सुना है
मैं तुझसे बेवफ़ाई कर रहा हूँ
'मनु' वो क़त्ल करना चाहता है
यहाँ मैं भाई-भाई कर रहा हूँ
-मनु भारद्वाज 'मनु'
बहुत खूब..................
ReplyDeleteplease remove word verification..........
its just a waste of time.
thanks.