मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Wednesday, January 8, 2020
लगी है चोट जो दिल पर ,,,गुलाब खण्डेलवाल
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लगी है चोट जो दिल पर बता नहीं सकते ये वो कसक है जो कहकर सुना नहीं सकते तुम्हारे प्यार को भूलें तो भूल जायें हम तुम्हारी याद को द...
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Tuesday, January 7, 2020
देश सबका है....संजय भास्कर
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( चित्र गूगल से साभार ) बीज बो गए विषमता के आज यहाँ सापों की खेती उग आई है क्यारी को फिर से सँवारो बीज नए डालो प्यार के हमद...
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Monday, January 6, 2020
आंसू.... दुल्कान्ती समरसिंह
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आँखें न देखते हैं आँसू, आँखों से गिरते हैं आँसू। रातों भर आँखों में रह रह कर, दो आँखों भीगते हैं आँसू। अतीत से आती हैं आ...
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Sunday, January 5, 2020
पूरब की हूँ - श्यामल सी..... मीना चोपड़ा
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"साँझ में शामिल रंगों को ओढ़े नज़र में बटोर के मचलते मंज़र ढलते हुए दिन के चेहरे में मुट्ठी भर उजाला ढूँढ़्ती हूँ। पूरब...
Saturday, January 4, 2020
एक नया पन्ना ...केदार नाथ सिंह
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नये दिन के साथ एक पन्ना खुल गया कोरा हमारे प्यार का सुबह, इस पर कहीं अपना नाम तो लिख दो! बहुत से मनहूस पन्नों में इसे भी...
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Friday, January 3, 2020
आखिरी धुन + जिंदगी की राहों में....अकांक्षा सक्सेना
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कॉल सेंटर जोकि लोगों की नज़र में बदनाम जगह है। लोग कानाफूसी करते हैं कि वहां झोरे-झोरियां दिन-रात फोन पर लगे रहते हैं। पता नहीं कैसी जॉब...
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Thursday, January 2, 2020
सर्द सन्नाटा ....मीना चोपड़ा
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सर्द सन्नाटा ... सुबह के वक़्त आँखें बंद कर के देखती हूँ जब तो यह जिस्म के कोनो से ससराता हुआ निकलता जाता है सूरज की क...
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