मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह

Saturday, October 25, 2025

डर क्यूँ

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  मौत तो आनी है तो फिर मौत का क्यों डर रखूँ जिंदगी आ, तेरे क़दमों पर मैं अपना सर रखूँ जिसमें माँ और बाप की सेवा का शुभ संकल्प हो चाहता हूँ म...
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Thursday, October 23, 2025

छठी के परव पावन खूब सुन्दर भईल

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  छठी के परव पावन घटवा पे डूबी उगल बढ़ल जाला, पनिया में जहर माहुर बितुरल जाला | सुनी न लोगी छठी के दिन आइल  घटवा के दुबिया गढ़ी पनिया के साफ...
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Saturday, October 18, 2025

बंद हो गई, चिट्ठी, पत्री। व्हाट्सएप पर, पैगाम बहुत है

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अच्छी थी, पगडंडी अपनी अच्छी थी, पगडंडी अपनी सड़कों पर तो, जाम बहुत है।। फुर्र हो गई फुर्सत, अब तो। सबके पास, काम बहुत है।। नहीं जरूरत, बूढ़ो...
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Wednesday, October 15, 2025

आज लगा है क्यों वह कंपने देख मौन मरने वाले को?

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अरे कही देखा है तुमने अरे कहीं देखा है तुमने मुझे प्यार करने वाले को? मेरी आँखों में आकर फिर आँसू बन ढरने वाले को? सूने नभ में आग जलाकर यह स...
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Thursday, September 18, 2025

ई-रिक्शा

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पत्नी का हाथ थामें टहलते हुए पार्क के गेट से बाहर निकल ही रहा था कि वहीं खड़े रिक्शाचालक ने उससे पूछ लिया। "भई रिक्शा तो मैं ले लेता! ल...
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Thursday, September 11, 2025

पूरा डिब्बा वात्सल्य रस से सराबोर था

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 वात्सल्य ट्रेन का खचाखच भरा डिब्बा बेतहाशा गर्मी, सामने वाली बर्थ पर एक माँ अपने बच्चे को चुप कराने में लगी। बच्चा रोता रहा, माँ की डांट भी...
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Thursday, August 21, 2025

सोच की गुलामी

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 सोच की गुलामी दुनिया बदल रही है, लोगों की सोच की  तालमेल उसमें बैठ रहा है या नहीं, यह व्यवहार से झलक जाता है   अ   रे !!  जरा रास्ता छोड़क...
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Contributors

  • Digvijay Agrawal
  • Sweta sinha
  • yashoda Agrawal
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