मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Thursday, September 11, 2025
पूरा डिब्बा वात्सल्य रस से सराबोर था
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वात्सल्य ट्रेन का खचाखच भरा डिब्बा बेतहाशा गर्मी, सामने वाली बर्थ पर एक माँ अपने बच्चे को चुप कराने में लगी। बच्चा रोता रहा, माँ की डांट भी...
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Thursday, August 21, 2025
सोच की गुलामी
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सोच की गुलामी दुनिया बदल रही है, लोगों की सोच की तालमेल उसमें बैठ रहा है या नहीं, यह व्यवहार से झलक जाता है अ रे !! जरा रास्ता छोड़क...
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Tuesday, July 29, 2025
ये सफ़र आशिकी ने काट दिया
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कि बे-शतर ये सफ़र आशिकी ने काट दिया जो बच गया था तेरी बन्दगी ने काट दिया वो मौत से भी अधिक खौफनाक था यारों मगर वो दर्द ,मरी ज़िन्दगी ...
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Sunday, December 29, 2024
गुलाबी ठंडक लिए, महीना दिसम्बर हुआ
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कोहरे का घूंघट, हौले से उतार कर। चम्पई फूलों से, रूप का सिंगार कर। अम्बर ने प्यार से, धरती को जब छुआ। गुलाबी ठंडक लिए, महीना दिसम्बर हुआ। धू...
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Tuesday, December 17, 2024
तुम्हारी पलकों की कोर पर ..... स्मृति आदित्य पाण्डेय ''फाल्गुनी''
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कुछ मत कहना तुम मैं जानती हूँ मेरे जाने के बाद वह जो तुम्हारी पलकों की कोर पर रुका हुआ है चमकीला मोती टूटकर बिखर जाएगा गालों पर और तुम घंटों...
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Monday, November 18, 2024
स्मृतियों की झालर
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स्मृतियों की झालर पूरे चांद की आधी रात में एक मधुर कविता पूरे मन से बने हमारे अधूरे रिश्ते के नाम लिख रही हूं चांद के चमकीले उजास में सर्द...
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Sunday, November 17, 2024
गुलाबी अक्षर
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हथेलियों पर गुलाबी अक्षर रख दो इन कांपती हथेलियों पर कुछ गुलाबी अक्षर कुछ भीगी हुई नीली मात्राएं बादामी होता जीवन का व्याकरण चाहती हूँ कि ह...
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