मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Tuesday, July 17, 2012
बस एक इज़ाज़त............सोनू अग्रवाल
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एक इजाजत तुमको प्यार से छूने की एक फिर तुमको चाहने की एक और फिर सपने में आने की आकर हाले दिल बताने की एक इजाजत चाँद तुमको कहने की एक फिर...
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Saturday, July 14, 2012
रोने की जगह रखना!............कुमार अनिल
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घर की तामीर चाहे जैसी हो इसमें रोने की जगह रखना! जिस्म में फैलने लगा है शहर अपनी तनहाइयाँ बचा रखना! मस्जिदें हैं नमाजियों के लिए अ...
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Monday, July 9, 2012
माटी की ख़ुशबू.............अंजना चौहान
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याद आता है तेरा मुस्कराना ....... मुझे देखते ही याद आता है तेरे चेहरे का खिल जाना ....... मेरे सामने आते ही तेरी उदासी ... जब हम कई...
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Sunday, July 8, 2012
अनुक्रमणिका..............ग़ज़ल महफिल
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आप किसी भी शीर्षक को क्लिक करके इच्छित ग़ज़ल पढ़ सकते हैं....कॉपी कर सकते हैं....वैसे सुविधा के लिये लिंक भी दे रही हूँ....इसे कॉपी कर के ...
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Saturday, July 7, 2012
आदमी पर गिद्ध मडराने लगे हैं.........."चरण"
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आदमी पर गिद्ध मडराने लगे हैं दुर्दिनो के काफिले आने लगे हैं देखिये क्या वक्त ने बदले हैं तेवर जन्म दिन पर मर्सिया गाने लगे हैं इस निगोड़...
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Friday, July 6, 2012
शहर से दूर वीरानी नहीं जाती !...............अन्सार 'क़म्बरी'
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यहाँ कोई भी सच्ची बात अब मानी नहीं जाती, मेरी आवाज़ इस बस्ती में पहचानी नहीं जाती ! बढ़ो आगे, करो रौशन, दिशाओं को, चिताओं से, अकारथ...
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नए खिलते सहर तक |........ डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति
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ख्वाहिशों की सिगड़ी पर आंसुओं से नम हुए कच्चे ख्वाब सुलगे नहीं किसी भी रात ….. जबकि अँधेरे की तिपाई पर बैठ कर तन्हा रात नींद की फूंकनी से...
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