मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह

Sunday, November 10, 2019

मुखौटे बदल के देखते हैं ...नवीन मणि त्रिपाठी

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1212 1122 1212 22/112 न पूछिये कि वो कितना सँभल के देखते हैं । शरीफ़ लोग मुखौटे बदल के देखते हैं ।। अज़ीब तिश्नगी है अब खुदा ही ...
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Saturday, November 9, 2019

अपना बना कर देखो ना ..निधि सक्सेना

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ग़ैरों को अपना बनाने का हुनर है तुममें कभी अपनो को अपना बना कर देखो ना.. ग़ैरों का मन जो घड़ी में परख लेते हो कभी अपनो का मन टटोल ...
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Friday, November 8, 2019

स्पीड ब्रेकर ....श्वेता सिन्हा

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सृष्टि से उत्पन्न ब्रह्मांड के चर-अचर समस्त जीव-निर्जीव ग्रह-गोचर,नक्षत्र,उल्का,पिंड जीवन,प्रकृति का सूक्ष्म से सूक्ष्म कण, सभ...
Thursday, November 7, 2019

तुम्हारी आँखें ...श्वेता सिन्हा

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ठाठें मारता  ज्वार से लबरेज़ नमकीन नहीं मीठा समुंदर तुम्हारी आँखें तुम्हारे चेहरे की मासूम परछाई मुझमें धड़कती है प्रतिक्षण ...
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Wednesday, November 6, 2019

गीत प्यारे खो गए...रमेशराज तेवरीकार

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प्यार के, इकरार के अंदाज सारे खो गए वो इशारे, रंग सारे, गीत प्यारे खो गए। ज़िन्दगी से, हर खुशी से, रोशनी से, दूर हम इस सफर में, अ...
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Tuesday, November 5, 2019

यादें जाती नहीं ...कुँवर रवीन्द्र

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पूरी रात जागता रहा सपने सजाता, तुम आती थीं, जाती थीं फिर आतीं फिर जातीं , परन्तु यादें करवट लिए सो रही थीं सुबह, यादों...
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Monday, November 4, 2019

बस एक लम्हे का झगड़ा था ....गुलज़ार

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बस एक लम्हे का झगड़ा था दर-ओ-दीवार पे ऐसे छनाके से गिरी आवाज़ जैसे काँच गिरता है हर एक शय में गई उड़ती हुई, चलती हुई, किरचें ...
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  • Digvijay Agrawal
  • Sweta sinha
  • yashoda Agrawal
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