मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Monday, April 30, 2012
एक गीत कोयल का सुना दो...............विवेक रतन सिंग
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एक रुपहली रात हम दोनों हैं साथ चुप -चुप मैं और तुम चाँद कहे अपने दिलों की बात ****************** अँधेरे में सपनों की बस होने दो...
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Wednesday, April 25, 2012
चांद के पास जो सितारा है.........ज्योति जैन
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दूज के चांद के पास टिमटिमाते तारे-सा अस्तित्व मेरा। रोशनी से उसकी प्रदीप्त होता वजूद। पर खुश हूं इस अस्तित्व से, जो जुदा नहीं चांद से...
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यूँ ज़न्नत को पाना भी ठुकराना भी....अज्ञात(प्रस्तुतिकरणः सोनू अग्रवाल )
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उसको अपना बना के देखा, कर देखा बेगाना भी जिस गुलशन को शाद किया था किर बैठे वीराना भी हमने अपने चमन में देखे एक मौसम के दोनों रंग एक पल...
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Tuesday, April 24, 2012
अब भी मिटा मिटा सा है.......अज्ञात(प्रस्तुतिकरणः सोनू अग्रवाल)
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तुम्हारे साथ के कुछ भीगे सावन अब भी गीले पड़े हैं... उम्र गुजर रही है मगर होंठ अब भी सिले पड़े हैं.............. कुछ चाहतों के दबे ख...
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Wednesday, April 18, 2012
काँटों में मुस्कुराओ तो कोई बात बने............मनीष गुप्ता
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ख़यालों का तूफ़ा कब से दबाये बैठे हो उसे होठों पे लाओ तो कोई बात बने ख्वाब रोज़ रातों को देखा करते हो कभी हकीकत में आओ तो कोई बात बने...
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Thursday, April 5, 2012
वफ़ा करते हुए भी ये सुना है.............मनु भारद्वाज 'मनु'
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बुराई पर भलाई कर रहा हूँ मैं तुझसे आशनाई कर रहा हूँ मुझे सुनता नहीं कोई यहाँ पे फ़क़त मैं लबकुशाई कर रहा हूँ मेरे दिल से ही मेरी दुश...
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Sunday, April 1, 2012
न शिकायत है, न ही रोए!..................प्रेमजी
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ये उम्र तान करके सोए हैं, थकान पांव-भर जो ढोए हैं। किसी सड़क पे नहीं मिलती है, सुबह जो गर्द में ये बोए हैं। लोग कहते हैं कारवां चुप...
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