Thursday, June 15, 2017

पहली बारिश...निधि सक्सेना
















 ये झम झम बारिश
ये धुंधुआता मंजर
ये सिमटी चाँदनी
ये बूँदो की झर झर
ये बहकी हवायें
ये गगनभेदी गड़गड़
ये भीनी आँख
ये भीगा मन
गर तुम साथ होते
तो कुछ और बात होती...
~निधि सक्सेना

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