वाह! कविता के अंदर से झांकता कविता का मर्म।
सच्ची !!! जीवन का हर एक पल एक-एक पन्ना ही है रचनाओं के सृजन के लिए ...
वाह सुन्दर
आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" शुक्रवार 16 अगस्त 2019 को साझा की गई है......... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सभी कविताएँजिनमें..हर्ष है औरविषाद भी हैसर्जक हैविध्वंसक भी हैइसमे संयोग है...और वियोग भी हैहै पाप भी और प्रेम काप्रदर्शन कासंगम हैवाह!!!कविता आखिर है क्या... जीवन का अनुभवबहुत ही सुन्दर... लाजवाब।
वाह दी---------बेहतरीन।मार्मिक ओर विचित्र चित्रण सादर नमन।।
मैं तो मुग्ध हूँसस्नेहाशीष संग असीम शुभकामनाएं छोटी बहना
बहुत सुन्दर
जो हर कवि समझता है और दुनिया को समझाना भी चाहता है वो आपने यशोदा जी बहोत सरलता से समझा दिया I
वाह! कविता के अंदर से झांकता कविता का मर्म।
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सभी कविताएँ
ReplyDeleteजिनमें..
हर्ष है और
विषाद भी है
सर्जक है
विध्वंसक भी है
इसमे संयोग है...
और वियोग भी है
है पाप भी
और प्रेम का
प्रदर्शन का
संगम है
वाह!!!
कविता आखिर है क्या... जीवन का अनुभव
बहुत ही सुन्दर... लाजवाब।
वाह दी---------बेहतरीन।
ReplyDeleteमार्मिक ओर विचित्र चित्रण
सादर नमन।।
मैं तो मुग्ध हूँ
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बहुत सुन्दर
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