मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Saturday, May 12, 2018
किया "इजहारे" मुहब्बत....कुसुम कोठारी
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शाहजहां ने बनवाकर ताजमहल याद मे मुमताज के, डाल दिया आशिकों को परेशानी मे। आशिक ने लम्बे "इंतजार" के बाद किया ...
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Friday, May 11, 2018
औरत.....मनीषा गुप्ता
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तमाम उम्र एक छत के नीचे निकाल कर औरत ...... अपनों से एक सवाल करती है ...! क्या वज़ूद है मेरा सात फेरो संग फ़र्ज़ के बोझ तले दब...
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Thursday, May 10, 2018
जफ़ा-ए-उल्फ़त....श्वेता सिन्हा
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पूछो न बिना तुम्हारे कैसे सुबह से शाम हुई पी-पीकर जाम यादों के ज़िंदगी नीलाम हुई दर्द से लबरेज़ हुआ ज़र्रा-ज़र्रा दिल का लड़खड़ाती हर ...
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न ग़ुबार में न गुलाब में ................अदा ज़ाफ़री
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न ग़ुबार में न गुलाब में मुझे देखना मेरे दर्द की आब-ओ-ताब में मुझे देखना किसी वक्त शाम मलाल में मुझे सोचना कभी अपने दिल की कित...
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Wednesday, May 9, 2018
खाली दोनों हाथ हैं.....कल्पना सक्सेना
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सांस गई पहचान गई है अब कोई पहचान नहीं टैग लगाकर मुझे लिटाया जब से मुझ में जान नहीं बड़ा ऐंठता फिरता था मैं भरकर सदा जुनून स...
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Tuesday, May 8, 2018
कहानी अधूरी,अनुभूति पूरी-प्रेम की......श्वेता सिन्हा
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उम्र के बोझिल पड़ाव पर जीवन की बैलगाड़ी पर सवार मंथर गति से हिलती देह बैलों के गलेे से बंधा टुन-टुन की आवाज़ में लटपटाया हुआ मन ...
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Monday, May 7, 2018
हर उम्र को जीना चाहती हूँ.....निधि सिंघल
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जब भी यह सवाल कोई पूछता है, मैं सोच में पड़ जाती हूँ, बात यह नहीं, कि मैं, उम्र बताना नहीं चाहती हूँ, बात तो यह है, की, मैं ह...
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