मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Saturday, January 27, 2018
एक स्पर्श.....मीना चोपड़ा
यहीं से उठता है
वह नगाड़ा
वह शोर
वह नाद
जो हिला देता है
पत्थरों को
झरनों को
आकश को
वही सब जो मुझमें
धरा है।
सिर्फ़ नहीं है
तो एक स्पर्श
जहाँ से यह सब
उठता है।
-मीना चोपड़ा
नैनीताल
5 comments:
विभा रानी श्रीवास्तव
January 27, 2018 at 12:12 PM
बेहद सुंदर
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Onkar
January 27, 2018 at 1:40 PM
बहुत सुन्दर
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ज्योति-कलश
January 27, 2018 at 4:00 PM
सुन्दर
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सुशील कुमार जोशी
January 27, 2018 at 7:33 PM
सुन्दर
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Dr.J.P.Tiwari
January 29, 2018 at 4:07 PM
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
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बेहद सुंदर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति
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