बढ़ा तू हाथ !
भूल सारे विषाद !
पीछे से हँसी !
नन्हीं सी ख़ुशी !
हँसेगा सारा जहाँ !
तेरे साथ ही !
जिन्दगी तेरी !
बिताना क्या गमों में !
ढूंढ ले खुशी !
कर श्रृंगार !
हृदय गुलाब से !
सहज कर !
नियामत है !
तोहफ़ा है जिन्दगी !
है बंदगी भी !
सुन्दर।
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद आप सबका आदरणीय साथियों !
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