mushkurane aur dekhne ki abhivhkti ka sundar aahsas karati prastuti
कनखियों सेही सहीदेखो.............फूल कुछ मुस्कान केफेंको.---------------
आभार उत्कर्ष प्रस्तुति आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में एक शाम तो उधार दो
mushkurane aur dekhne ki abhivhkti ka sundar aahsas karati prastuti
ReplyDeleteकनखियों से
ReplyDeleteही सही
देखो.............
फूल कुछ
मुस्कान के
फेंको.
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आभार उत्कर्ष प्रस्तुति
ReplyDeleteआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
एक शाम तो उधार दो