मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Tuesday, May 31, 2016
एक अकेली लड़की...संकलित रचना
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एक लड़की थी रात को ऑफिस से वापस लौट रही थी देर भी हो गई थी... कुछ डरी सी कुछ सहमी सी.... पहली बार ऐसा हुआ काम भी ज्यादा था ...
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Monday, May 23, 2016
मुट्ठी भर सपने.....मंजू मिश्रा
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मुट्ठी भर सपने दो चार अपने ख़ुशी के चार पल तुम्हारी याद नहीं, तुम बस.… जिंदगी से इतना ही तो माँगा था क्या ये बहुत ज्या...
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Thursday, May 12, 2016
हर बूंद नगीना हो................वज़ीर आग़ा
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सावन का महीना हो हर बूंद नगीना हो क़ूफ़ा हो ज़बां उसकी दिल मेरा मदीना हो आवाज़ समंदर हो और लफ़्ज़ सफ़ीना हो मौजों के थ...
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Tuesday, May 10, 2016
दिल से उसके जाने कैसा बैर निकला.............. महावीर उत्तरांचली
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दिल से उसके जाने कैसा बैर निकला जिससे अपनापन मिला वो ग़ैर निकला था करम उस पर ख़ुदा का इसलिए ही डूबता वो शख़्स कैसा तैर निकला ...
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Saturday, May 7, 2016
मदर्स डे....यशोदा
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मदर्स डे.... लो आ गया फिर से मदर्स डे यद्यपि है तो ये पाश्चात्य परम्परा.... उन्होंने ही... किसी को महत्वपूर्ण जताने साल क...
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Thursday, May 5, 2016
तेरी रहमत की बारिश....आलोक श्रीवास्तव
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तुम्हारे पास आता हूँ तो सांसें भींग जाती है मुहब्बत इतनी मिलती है कि आँखें भींग जाती है तबस्सुम इत्र जैसा है हंसी बरसात जैसी व...
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Tuesday, May 3, 2016
"वो मेरे पहलू में जलवागर है....... !!!".....सिराज फ़ैसल खान
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वो मुझसे कहती थी मेरे शायर ग़ज़ल सुनाओ जो अनसुनी हो जो अनकही हो कि जिसके एहसास अनछुए हों, हों शेर ऐसे कि पहले मिसरे को...
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