मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Sunday, August 24, 2014
मुझ को खुदा ने क्या दिया.......हफ़ीज जालंधरी(अदु-अल-असर)
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कोई दवा न दे सके मशवरा-ए-दुआ दिया चारागरों ने और भी दिल का दर्द बढ़ा दिया दोनों को दे सूरतें साथ ही आईना दिया इश्क़ बिसोरने लग...
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अच्छा पाठक बनना भी एक कला.............. बेन ओकरी की राय
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'अच्छा लेखक बनने की पहली शर्त है अच्छा पाठक बनना। लेखन की कला के साथ ही पढ़ने की कला भी विकसित की जानी चाहिए ताकि हम और बुद्धिमत्ता व स...
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Wednesday, August 20, 2014
वो ज़िंदगी सवाल हुई...........दुष्यन्त कुमार
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बहुत सम्भाल के रक्खी तो पाएमाल हुई सड़क पे फेंक दी तो जिन्दगी निहाल हुई बड़ा लगाव है इस मोड़ को निगाहों से कि सबसे पहले यहीं रोशनी हलाल ...
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Tuesday, August 19, 2014
अज़ीज़ इतना ही रखो कि जी संभल जाए...........उबैदुल्लाह अलीम
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अजीज़ इतना ही रखो कि जी संभल जाये अब इस क़दर भी ना चाहो कि दम निकल जाये मोहब्बतों में अजब है दिलों का धड़का सा कि जाने कौन कहाँ रास्त...
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Monday, August 18, 2014
छिड़क रहे हैं इत्र लोग.......कलीम अव्वल
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कितने मिले विचित्र लोग वसन फाड़ते मित्र लोग पत्थर से बैठे गुमसुम जैसे, बस, हों चित्र लोग योनाचार-रत संत यहां फिर, भी...
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Sunday, August 17, 2014
इतना घूमा हूँ तुम्हारी चाह में.........अश्विनी कुमार विष्णु
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अपना सारा जिस्म ही महका लगे सोचना तुमको बहुत अच्छा लगे ! यूँ भी होता है तुम्हारी बज़्म में वक़्त अपनी गोद में ठहरा लगे ! इस ...
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Saturday, August 16, 2014
हमारी याद आएगी...........रचनाकार :: अज्ञात
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किसी से चोट खाओगे हमारी याद आएगी, तलाशोगे एक कतरा प्यार का, किसी से कह न पाओगे, तलाशोगे मुझे फिर तुम, दिलों की तनहाइयों में...
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