मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह
Sunday, September 30, 2012
नयन............दीप्ति शर्मा
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वरालि सी हो चाँदनी लज्जा की व्याकुलता हो तेरे उभरे नयनों में । प्रिय विरह में व्याकुल क्यों जल भर आये? तेरे उभरे नयनों में । संचित कर हर ...
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....बस हो गया प्यार?..........स्मृति जोशी "फाल्गुनी"
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कैसे उग आए कांटे तुम्हारी उस जुबान पर जिस पर थमा रहता था मेरे नाम का मधुर शहद, ठंडे झरने की तरह मेरे गुस्से पर झर-झर बरसने वाले तुम, कैस...
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Friday, September 28, 2012
हरदम मुझे बहला दिया.........सुरेश पसारी 'अधीर'
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मै तेरा हू, मै तेरा हूँ कहकर, हरदम मुझे बहला दिया । जब दिल हुआ उदास तो, दो बोल प्यार के सुना दिया।। किसको कहता , कब तक सहता, कब तक घुटता ...
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Tuesday, September 25, 2012
क्या प्रेम है मुझसे .............नीलू शर्मा
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अजनबी नहीं हूँ सनम दिल से तेरे! बस हाले-दिल जुबां से कहा नहीं करता!! बसी है दिल में मेरे इबादत की तरह ! बस दर पर तेरे सनम बंदगी नह...
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Monday, September 24, 2012
आज विश्व बेटी दिवस है.......सुरेश पसारी "अधीर"
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भोर की सुनहरी, किरण सी होती है बेटियाँ, आंगन मे कोयल सी, चहचहाती है बेटियाँ। बिन बेटियों के, सुना सा लगता है ये आंगन, पुत्र घर की...
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आदमी वो महान है यारो.............शाहिद ‘समर’
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आदमी वो महान है यारो, उसकी बातों में जान है यारो। मेघ से हमने दुश्मनी कर ली, जबकि कच्चा मकान है यारो। देश जंगल, शिकार ज...
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वो ही याद आता है............सुरेश पसारी "अधीर"
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दूर रहना था तो , दूर रहता क्यों नही कोई, जाने के लिए दूर, क्यों कोई करीब आता है। उसे धडकनों की तरह, बसाया था दिल में, भूल जाये भले कोई, हमे...
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