बहुत सही कहा आपने
प्रश्न कठिन है नहीं सरल,नहीं किसी से होता हल
वाह
आपने सच में इंसान की हालत बहुत सरल तरीके से दिखाई है अपने लेख में। हम जानते हैं कि हम अकेले आते हैं और अकेले जाते हैं, फिर भी हम लोग किसी ना किसी सहारे को पकड़ने की कोशिश करते हैं। हम रिश्तों का जाल खुद बनाते हैं और फिर उसी में उलझ जाते हैं।
बहुत सही कहा आपने
ReplyDeleteप्रश्न कठिन है नहीं सरल,
ReplyDeleteनहीं किसी से होता हल
वाह
ReplyDeleteआपने सच में इंसान की हालत बहुत सरल तरीके से दिखाई है अपने लेख में। हम जानते हैं कि हम अकेले आते हैं और अकेले जाते हैं, फिर भी हम लोग किसी ना किसी सहारे को पकड़ने की कोशिश करते हैं। हम रिश्तों का जाल खुद बनाते हैं और फिर उसी में उलझ जाते हैं।
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