tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post4190787830938340959..comments2024-03-07T12:36:27.252+05:30Comments on मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह: एक बूंद का आत्म बोध....कुसुम कोठारीyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-45499398351878682922018-06-17T22:40:30.937+05:302018-06-17T22:40:30.937+05:30जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक ...जी नमस्ते,<br />आपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक १८ जून २०१८ के लिए साझा की गयी है<br /><a href="http://halchalwith5links.blogspot.in/" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> पर...<br />आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-65178043309283342822018-06-16T20:42:54.143+05:302018-06-16T20:42:54.143+05:30वाह वाह दीदी सी सुंदर ज्ञानवर्धक रचना है
"म...वाह वाह दीदी सी सुंदर ज्ञानवर्धक रचना है <br /><br />"मिल गई गर समुद्र मे क्या रह जाऊंगी<br />कभी मिल मिल बूंद ही बना सागर <br />अब सागर ही सागर है,बूंद खो गई<br />सीप का मोती बन कैद ही पाऊंगी <br />निकल भी आई बाहर तो <br />किसी गहने मे गूंथ जाऊंगी<br />मै बूंद हूं स्वयं अपना अस्तित्व<br />अपनी पहचान बनाऊंगी। "<br /><br />बूँद अपने अस्तित्व को स्थापित करने के सफ़र में कितनी बड़ी बात कह गयी <br />मोती बनने की ख्वाहिश तो हर बूँद की होती है पर मोती से अलग अपनी एक पहचान पाना <br />वाह कोई सानी नही आपकी इस रचना है <br />नमन आपके विचारों को <br />शुभ रात्रि शुभ स्वप्न 🙇Anchal Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13153099337060859598noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-22481652561431000202018-06-16T07:31:26.727+05:302018-06-16T07:31:26.727+05:30सस्नेह आभार मीता ।
भावों पर विशेष तवज्जो देने के ल...सस्नेह आभार मीता ।<br />भावों पर विशेष तवज्जो देने के लिये शुक्रिया । मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-76162170265239353872018-06-15T16:41:47.533+05:302018-06-15T16:41:47.533+05:30वाह मीता वाह स्व से स्व की यात्रा आध्यात्म पथ गमन ...वाह मीता वाह स्व से स्व की यात्रा आध्यात्म पथ गमन drindira .blogspot .comhttps://www.blogger.com/profile/01392643845160988757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-8691410158324248892018-06-14T21:41:44.515+05:302018-06-14T21:41:44.515+05:30सादर आभार। सादर आभार। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-78661217750648162122018-06-14T21:17:13.727+05:302018-06-14T21:17:13.727+05:30आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन विश्व रक्तदान दिवस ...आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन <a href="https://bulletinofblog.blogspot.com/2018/06/blog-post_14.html" rel="nofollow">विश्व रक्तदान दिवस और ब्लॉग बुलेटिन</a> में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार... राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-88843121375017265672018-06-14T13:47:58.418+05:302018-06-14T13:47:58.418+05:30जी आदरणीय मेरी रचना को लोकतंत्र मे स्थान देने के ल...जी आदरणीय मेरी रचना को लोकतंत्र मे स्थान देने के लिये आपका अतुल्य आभार, मै चर्चा पर अवश्य आऊंगी। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-26751983163058107242018-06-14T13:45:15.169+05:302018-06-14T13:45:15.169+05:30शुभा जी आपका अंतर हृदय से आभार आपकी सराहना लेखन को...शुभा जी आपका अंतर हृदय से आभार आपकी सराहना लेखन को सार्थकता देती है। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-49217113754385209532018-06-14T12:45:18.303+05:302018-06-14T12:45:18.303+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (1...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (15-06-2018) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "लोकतन्त्र में लोग" (चर्चा अंक-3002) (चर्चा अंक 2731) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-68515170388427194872018-06-14T12:44:44.767+05:302018-06-14T12:44:44.767+05:30वाह!!कुसुम जी ,बहुत खूबसूरत लिखा आपनें ..
बूँद हूँ...वाह!!कुसुम जी ,बहुत खूबसूरत लिखा आपनें ..<br />बूँद हूँ स्वयं अपना अस्तित्व ,अपनी पहचान बनाऊँगी ....वाह!!बहुत ही उम्दा ।शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.com