tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post8314176377291552751..comments2024-03-07T12:36:27.252+05:30Comments on मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह: कैसे-कैसे गिले याद आए.....ख़ुमार बाराबंकवीyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-56047392915743513102017-12-05T15:52:50.191+05:302017-12-05T15:52:50.191+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (06-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (06-12-2017) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "पैंतालिसवीं वैवाहिक वर्षगाँठ पर शुभकामनायें " चर्चामंच 2809 </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br /><br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-15626266251942452572017-12-05T14:36:40.710+05:302017-12-05T14:36:40.710+05:30waah waah shashi purwarhttps://www.blogger.com/profile/04871068133387030845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-44430451312659349352017-12-05T11:44:48.722+05:302017-12-05T11:44:48.722+05:30👏👏👏👏वाह बहुत खूब बेहतरीन ग़ज़ल
गिले याद आये त...👏👏👏👏वाह बहुत खूब बेहतरीन ग़ज़ल <br />गिले याद आये तेरे जाने के बाद ......<br />सामने थे तो फुर्सत ही कहाँ थी <br />ये भी याद आया तेरे जाने के बाद drindira .blogspot .comhttps://www.blogger.com/profile/01392643845160988757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-39271892268035289952017-12-05T09:03:31.242+05:302017-12-05T09:03:31.242+05:30उम्दा ।
बेहतरीन। उम्दा ।<br />बेहतरीन। मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-17312110699740656402017-12-05T08:50:08.371+05:302017-12-05T08:50:08.371+05:30वाहवाहसुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com