tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post4429860000844339529..comments2024-03-07T12:36:27.252+05:30Comments on मेरी धरोहर..चुनिन्दा रचनाओं का संग्रह: इतनी नादानी जहां के सारे दानाओं में थी |.....................अल्लामा इक़बालyashoda Agrawalhttp://www.blogger.com/profile/05666708970692248682noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2015649890087285472.post-31550813706000946612011-11-30T21:09:36.728+05:302011-11-30T21:09:36.728+05:30अरे वाह यशोदा जी, जैसा नाम वैसा गुण बहुत ख़ूब....आ...अरे वाह यशोदा जी, जैसा नाम वैसा गुण बहुत ख़ूब....आप तो बहुत गुणी निकलीं मोहतरमा ....इसके बाद शुक्रिया अदा करने के लिए भ़ी अपुन के पास शब्द ही नहीं सूझ रहे हैं....पुनश्च धन्यवाद.....be lgamhttps://www.blogger.com/profile/02613543566041869634noreply@blogger.com